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विद्यालय में अनुपस्थिति दंड माफ करने के लिए प्रधानाध्यापक को पत्र लिखें।

सेवा में, श्रीमान प्रधानाचार्य महोदय, राजकीय मध्य विद्यालय, पटना, बिहार। विषय: अनुपस्थिति पर लगे जुर्माने की माफी हेतु प्रार्थना पत्र। महोदय, सविनय निवेदन है कि मैं अंकित कुमार, कक्षा नवमी का छात्र हूं, क्रमांक संख्या 02। मैं आपका ध्यान दिनांक  22-09-2025  की अपनी अनुपस्थिति की ओर दिलाना चाहता हूं,…

पुरस्कार वितरण समारोह पर पत्र | पुरस्कार वितरण समारोह का वर्णन करते हुए अपने मित्र के पास एक पत्र लिखें।

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अपने मित्र के पास एक पत्र लिखे जिसमे अपने विद्यालय में हुए पुरस्कार वितरण समारोह का वर्णन हो | विद्यालय में हुए पुरस्कार वितरण समारोह का वर्णन करते हुए अपने मित्र के पास एक पत्र लिखें।

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विकास नगर, रोड संख्या .05
पटना - 8000xx
20 सितंबर, 2020

प्रिय मित्र रमेश,
            नमस्ते।

काफी दिनों बाद आज तुम्हारा पत्र मिला है। पत्र पढ़कर अत्यधिक प्रसन्नता हुई। विशेष यह जानकर कि तुम पिछले परीक्षा में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुए जिसमें तुम्हारे अंक बहुत अच्छे थे। पत्र में तुमने मेरे विद्यालय की वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता के बारे में जानने की इच्छा जताई है। इस प्रतियोगिता की पुरस्कार वितरण की तिथि 15 अगस्त निर्धारित की गई थी। इसलिए इस पत्र में मैं अपने विद्यालय के वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता के बारे में बताने जा रहा हूं। --

15 अगस्त के दिन पूरे विद्यालय को दुल्हन की तरह सजाया गया। विभिन्न प्रकार के प्रतियोगिताओं में लगभग दोस्तों प्रतियोगियों ने भाग लिया था। सभी प्रकार के खेल कूद का आयोजन अगस्त महीने के प्रारंभ से ही हो गया था। सभी खेल में 33 प्रतियोगी को योग्यता के अनुसार चुना गया इसके अतिरिक्त हर कक्षा में प्रतियोगियों की अच्छी उपस्थिति के लिए 1-1 पुरस्कार की योजना भी बनाई गई।

प्रतियोगिता में पुरस्कार वितरण करने के लिए राज्य के माननीय शिक्षा मंत्री को आमंत्रित किया गया। पुरस्कार वितरण के बाद मंत्री जी का भाषण हुआ जो लगभग एक घंटा तक जारी रहा। मंत्री जी ने अपने भाषण के द्वारा हम सभी छात्रों को पूर्ण अनुशासन के पालन की सलाह दी और शिक्षा के महत्व के बारे में बताया। वह दिन हमारे लिए बड़ा आनंददायक था मुझे भी चार पुरस्कार मिले। अंत में प्राचार्य जी के धन्यवाद ज्ञापन के बाद समारोह संपन्न हुआ। 

अब क्या लिखूं पत्र का उत्तर शीघ्र देना अपने बड़ों को मेरा प्रणाम और बच्चों को प्यार देना।

तुम्हारा मित्र
मनोज

{ पता }
20 सितंबर, 2020

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