निबंध - आतंकवाद
प्रस्तावना : मौजूदा समय में भारत सहित दुनिया के अधिकांश देश आतंकवाद से ग्रसित हैं। भारत में एक ओर जहां पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद प्रतिवर्ष सैकड़ों लोगों की जान लेता है। वहीं विश्व में अलग-अलग इस्लामिक संगठन अपने हिंसात्मक रवैया से लोगों के अंदर भय उत्पन्न करता है। वर्ष 2001 में हुए अमेरिका के 'वर्ल्ड ट्रेड सेंटर' पर हमला हो या फिर भारत के मुंबई शहर वर्ष 2008 में 26/11 हमला हो ऐसे अनेकों हमले विश्व में आतंकवादियों के द्वारा किए जा चुके हैं। परंतु अभी भी इसका कोई हल नहीं निकला है। हालांकि वर्तमान समय में जब भारत में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। तब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विश्व के अलग-अलग मंचों पर आतंकवाद के विरुद्ध दुनिया के सभी देशों को एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं जिनमें उन्हें सफलता भी मिल रही है।
आतंकवाद का अर्थ : जब कोई देश या संगठन अपने निजी या राजनीतिक स्वार्थों की पूर्ति के लिए बाहरी शक्तियों की सहायता से किसी देश में व्यापक स्तर पर हिंसात्मक कार्यवाही कर लोगों में भय की भावना तथा असुरक्षा की भावना फैलाता है। तब इसे आतंकवाद कहा जाता हैं तथा जो लोग इन घटनाओं को अंजाम देते हैं, उन्हें आतंकवादी कहा जाता है।
आतंकवाद के कारण : आतंकवाद के कई बड़े कारण हैं जो निम्नलिखित हैं :- बाहरी शक्तियों का प्रभाव, शिक्षा का अभाव, रोजगार की समस्या या बेरोजगारी, राजनीतिक संगठनों के कुचक्रों का परिणाम, प्रशासनिक कुशलता का अभाव, उचित पथ प्रदर्शन का अभाव।
आतंकवाद के होने वाले परिणाम : जब किसी देश या स्थान पर आतंकवाद की समस्या उत्पन्न होती है। तब उसके कई भयावह परिणाम देखे जाते हैं, जो निम्नलिखित हैं ; दंगे फसाद को बढ़ावा देना, राष्ट्र की आर्थिक स्थिति को असंतोषजनक बना देना, राष्ट्रीय एकता में बाधा उत्पन्न करना, संगठित होकर भीड़भाड़ वाले इलाके में अशांति उत्पन्न करना।
आतंकवाद रोकने के उपाय : आतंकवाद को लेकर अब दुनिया के अधिकांश देश काफी चिंतित हैं। पिछले कई दशकों से आतंकवाद के प्रति कोई कठोर कदम ना उठाने के कारण आतंकवादियों के मनोबल में तेजी से वृद्धि हुई है। जिसके कारण कई नए आतंकवादी संगठन पनपते जा रहे हैं। ऐसे में अब दुनिया के बड़े देशों को एक साथ एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ व्यापक स्तर पर लड़ाई लड़नी होगी। इसे दूर करने के लिए कुछ निम्नलिखित कदम उठाने चाहिए ; लोगों में नैतिक शिक्षा को बढ़ावा देना, बाहरी शक्तियों का कठोरता से दमन करना, जनता में जागरूकता की भाव उत्पन्न करना, सीमाओं पर कठोर नियंत्रण करना, राजनीतिक तौर पर सभी दलों को एकजुट रहकर आतंकवाद के खिलाफ रहना, देश की, जनता मैं राष्ट्रवाद की भाव को उत्पन्न कर, आतंकवाद से लड़ने के लिए प्रेरित करना।
उपसंहार : मौजूदा समय में जब पूरी दुनिया आतंकवाद से पीड़ित है। तब भारत सरकार के द्वारा लिए जा रहे कठोर फैसले स्वागत योग्य हैं। भारत सरकार ने अपने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से आतंकवाद के मुद्दे पर बिल्कुल कड़ा रवैया अपनाया है। जिससे पाकिस्तान को आर्थिक तथा राजनीतिक तौर पर विश्व के अलग-अलग मंचों पर शर्मिंदगी उठानी पड़ रही है। इसी प्रकार दुनिया के अन्य बड़े देश भी यदि आतंकवाद को पूरी तरह से खत्म करना चाहते हैं। तब इस तरह के ऐसे सभी देशों पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी चाहिए जिन देशों से आतंकवाद की जड़ें उत्पन्न होती हैं और अन्य दूसरे देशों में जाकर तबाही मचाती हैं।